tag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post3048578107892079656..comments2023-10-11T03:54:42.888-07:00Comments on simte lamhen: एक येभी दिवाली थीkshamahttp://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-84643632110824532492013-04-04T05:58:57.543-07:002013-04-04T05:58:57.543-07:00मजहब क्या चीज़ है, समर्पण के बिना प्रेम कैसा।
मैं...मजहब क्या चीज़ है, समर्पण के बिना प्रेम कैसा। <br />मैं था तब हरि नहिं, <br />अब हरि हैं मैं नाहिं। <br /><br />शुभकामनायें! Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-63173421555460797152012-12-17T01:32:54.436-08:002012-12-17T01:32:54.436-08:00बहुत मर्मस्पर्शी...प्यार के बीच धर्म क्यों?..सच्चा...बहुत मर्मस्पर्शी...प्यार के बीच धर्म क्यों?..सच्चा प्यार कोई शर्त नहीं रखता..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-5083045778513846842012-12-15T23:15:25.224-08:002012-12-15T23:15:25.224-08:00प्रेम में कोई शर्त नहीं होती ... न होनी चाहिए .. प...प्रेम में कोई शर्त नहीं होती ... न होनी चाहिए .. पर समाज की कठोर मान्यताएं न मानने का साहस हर किसी में नहीं होता ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-32655979426406339422012-12-15T08:00:38.313-08:002012-12-15T08:00:38.313-08:00shart ?
ye kaisaa pyar ?shart ?<br />ye kaisaa pyar ?Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-36455121140393839412012-12-14T05:38:59.111-08:002012-12-14T05:38:59.111-08:00प्रेम में धर्म का रोड़ा ? प्रेम में धर्म का रोड़ा ? Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-986459883028524472012-12-13T22:51:52.671-08:002012-12-13T22:51:52.671-08:00बहुत मार्मिक ... प्रेम में शर्त कैसी ? जो जैसा ह...बहुत मार्मिक ... प्रेम में शर्त कैसी ? जो जैसा है वैसे ही अपनाना चाहिए । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-11730203624080709442012-12-13T05:52:44.312-08:002012-12-13T05:52:44.312-08:00कहना कठिन है पर प्रेम और धर्म अलग अलग है..जोड़कर द...कहना कठिन है पर प्रेम और धर्म अलग अलग है..जोड़कर देखने से कुछ सिद्ध नहीं हो पाता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-48061977016828439962012-12-13T04:36:26.962-08:002012-12-13T04:36:26.962-08:00मेरे मुताबिक ..कोई भी प्यार करने वाला, प्यार करता ...मेरे मुताबिक ..कोई भी प्यार करने वाला, प्यार करता है ...धर्म परिवर्तन नहीं और वो जरुरी भी नहीं है ...प्यार धर्म से नहीं दिल और आत्मा से होता है, धर्म इस समाज की देन है और प्यार नियति है |Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-74800630343059374932012-12-12T23:01:09.998-08:002012-12-12T23:01:09.998-08:00इश्क की डगर अक्सर अँगारों पर चलाती है ...मुकाम हास...इश्क की डगर अक्सर अँगारों पर चलाती है ...मुकाम हासिल हो कर भी नहीं होता ...ये सच है कि इन्फेचुएशन कोई रूह से प्यार नहीं होता...इस फानी में दुनिया में ठगे ही जाना है ..उस उम्र में ये समझ नहीं आता ...शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.com