tag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post6386395902989260977..comments2023-10-11T03:54:42.888-07:00Comments on simte lamhen: ये मैंने क्या सुना?kshamahttp://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-27151736194194812792010-02-20T01:34:53.975-08:002010-02-20T01:34:53.975-08:00बेहतरीन। आप तो बचपन की यादों में ले गईं। आपकी लिखा...बेहतरीन। आप तो बचपन की यादों में ले गईं। आपकी लिखाई पढ़ते ही पहले वो गाना सुना, जो लंबे अर्से से मेरा प्रिय गाना है। धन्यवाद, सुंदर रचना के लिए।reporterhttps://www.blogger.com/profile/18082369684153343429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-14656706402004285792010-02-18T21:30:55.784-08:002010-02-18T21:30:55.784-08:00शमा तुम हमेशा ही सदाबहार हो। आज बहुत-बहुत दिनांे ब...शमा तुम हमेशा ही सदाबहार हो। आज बहुत-बहुत दिनांे बाद तुमको पढ़ा तो मन के किसी कोने में हरियाली सी महसूस हुयी, कितना सशक्त लेखन है तुम्हारा, हालांकि ये संस्मरण मैं पहले भी शायद पड़ चुका हूं लेकिन तुम्हारी लेखनी में जो सजीवता है, वो दुनिया के किसी भी नकलीपन से परे हैं। आपका स्वास्थ्य कैसा है, और जिन्दगी के क्या हाल हैं।इरशाद अलीhttps://www.blogger.com/profile/15303810725164499298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-80020292439563244952010-02-18T11:01:20.470-08:002010-02-18T11:01:20.470-08:00एक सुंदर रचना का आपने परिचय कराया है।एक सुंदर रचना का आपने परिचय कराया है।हर्षिताhttps://www.blogger.com/profile/04799029469213410208noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-6781914051690371562010-02-18T10:57:47.262-08:002010-02-18T10:57:47.262-08:00एक सुंदर रचना का आपने परिचय कराया है।एक सुंदर रचना का आपने परिचय कराया है।हर्षिताhttps://www.blogger.com/profile/04799029469213410208noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-63843173761702255022010-02-18T09:06:14.403-08:002010-02-18T09:06:14.403-08:00क्षमा जी, आदाब
ये गीतों के शब्दों को समझना वाकई मु...क्षमा जी, आदाब<br />ये गीतों के शब्दों को समझना वाकई मुश्किल हो जाता है...<br />छोटी उम्र की छोड़िये, बड़ों के लिये भी..आसान नहीं होता..<br />अब यही देखिये-<br />झिलमिल सितारों का आंगन होगा..<br />रिमझिम बरसता सावन होगा........<br />दोनों बातें एक साथ...मुमकिन है क्या..???<br />लेकिन देखिये कितना हिट है ये गीत, आज भी <br />बस ’चलती का नाम गाडी’ यही तो है.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-83682644739354002372010-02-17T22:08:16.501-08:002010-02-17T22:08:16.501-08:00एक सुंदर रचना का आपने परिचय कराया है!... मैने भी ब...एक सुंदर रचना का आपने परिचय कराया है!... मैने भी बचपन में एक गाना सुना था..' अशी काना मधुनी ये...' बाद में पता चला की असल में गाना था..' इसी का नाम दुनिया है!' ... आप समझ ही गई होगी!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-52537892188678001372010-02-17T00:22:34.013-08:002010-02-17T00:22:34.013-08:00bahut accha laga......padh kar maan khush ho gaya....bahut accha laga......padh kar maan khush ho gaya....aur apne bachpana yaad aane lagaRewa Tibrewalhttps://www.blogger.com/profile/06289019678581015004noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-13544044945902299512010-02-16T03:11:12.618-08:002010-02-16T03:11:12.618-08:00आपने तो हमें अपने बचपन के बारे में सोचने पर मजबूर ...आपने तो हमें अपने बचपन के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया पर क्या करूं उन आसतीन के सांपों बांमपंथी माओबादियों ने 25 जबानों को जिंदा जला दिया सारी रात नींद नहीं आयी क्या करें?Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02964602014678479457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-55650525750603111272010-02-13T22:35:36.015-08:002010-02-13T22:35:36.015-08:00चित्रण ऐसा लगा जैसे कोई पढ भी रहा है और देख भी रहा...चित्रण ऐसा लगा जैसे कोई पढ भी रहा है और देख भी रहा है ।५-६ साल की आयु मे ऐसी उत्कंठा स्वाभाविक ही थी।लेख बहुत बहुत अच्छा लगा .यदि कोई पाठक टेन्शन मे हो या दुखी हो उसे भी पढ कर मुस्कराना तो पडेगा ही । प्यार पर्बत तो नही है और प्यार पर बस तो नही है इत्तेफ़ाकन आपके घर भी मंडवा डला था और चमेली की बेल उस पर चडी थी तो फ़िल्मी गाना आपके माहौल से मेल खा गया ।रेह्ट से पानी भरना ,बहुत पहले कभी रेहट देखा होगा और किसी फ़िल्म मे गाना भी थी "सुन कर रहट की आवाज़े यूं लगे कही शहनाई बजे ।रिकार्ड प्लेअर का भी अपना एक अलग ही आनन्द था कभी सुई बदल रहे है ,आवाज स्लो हुई तो चाभी भरने लगे और रेडियो पर हर बुधबार को विनाका गीत माला सुनना ।आपके इस लेख ने बहुत पुरानी यादे ताज़ा करदीं धन्यबादBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-86891554987860765172010-02-11T09:27:07.484-08:002010-02-11T09:27:07.484-08:00बढिया और मज़ेदार भी. मन प्रसन्न हो गया पढ कर.बढिया और मज़ेदार भी. मन प्रसन्न हो गया पढ कर.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-66389978019469147132010-02-11T06:00:48.579-08:002010-02-11T06:00:48.579-08:00Apane bachapan kee kuch bato ko aapne share kiya ...Apane bachapan kee kuch bato ko aapne share kiya ......Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-87571869853363326792010-02-11T06:00:47.485-08:002010-02-11T06:00:47.485-08:00Apane bachapan kee kuch bato ko aapne share kiya ...Apane bachapan kee kuch bato ko aapne share kiya ......Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3353527031284386816.post-57088860757777270042010-02-11T03:20:35.827-08:002010-02-11T03:20:35.827-08:00acchi rachana.kushal lekhan ne samanya si baat me ...acchi rachana.kushal lekhan ne samanya si baat me khusiya our hasya fuhar bhadkar rochak bana diya, subhkamnaye.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.com