आप को नवबर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं ! आने बाला बर्ष आप के जीवन में नयी उमंग और ढेर सारी खुशियाँ लेकर आये ! आप परिवार सहित स्वस्थ्य रहें एवं सफलता के सबसे ऊंचे पायदान पर पहुंचे !
अनगिन आशीषों के आलोकवृ्त में तय हो सफ़र इस नए बरस का प्रभु के अनुग्रह के परिमल से सुवासित हो हर पल जीवन का मंगलमय कल्याणकारी नव वर्ष करे आशीष वृ्ष्टि सुख समृद्धि शांति उल्लास की आप पर और आपके प्रियजनो पर.
आप को सपरिवार नव वर्ष २०११ की ढेरों शुभकामनाएं. सादर, डोरोथी.
शमा जलती है परवाने को जलाने के लिए ही तो.. और जलता है वो परवाना उसे पाने के लिए ही तो.. मगर है फर्क इतना की शमा "जलती" मोहब्बत से, जलाता है वो परवाना खुदी को इश्क में ही तो..
40 टिप्पणियां:
ओह ..दिए की तलाश और अँधेरे में दिखाई न दिए ....बहुत खूब ..
... bahut sundar ... behatreen !!!
Very beautiful and symbolic!
दिए जलाये ना दिए गए
क्या बात कही है ...उफ़.
gahan bhav liye...........
behatreen........
क्या बात है...
दिए की तलाश ! बहुत खूब .....
waah... बहुत सुन्दर भाव हैं...
bahut hi gahari baat kah di............sara dard undel diya.
शमा को हर दम दिए की तलाश रहती है ... बहुत सुन्दर !
अलंकार दृष्टव्य ।
लाजबाब रचना ।
kya narazee hai ?
वाह! क्या बात है, बहुत सुन्दर!
:)
शायद यह स्माइली भी उचित कमेन्ट नहीं..उम्मीद है आप समझेंगी..
कभी उजाले इतने तेज़ थे,
कि, दिए दिखायी ना दिए...
वाह...वाह
बहुत उम्दा.
बहुत सुंदर रही दिये और शमा की तलाश
इसलिए बुद्ध बाबा कह गए हैं -आत्मदीपो भव! किसी और दिए की दरकार ही आखिर क्यूं हो ,खुद उजाला कीजिये !
waahh...
bahut khoob... is aah ko kya daad doon???
शमा हो कर भी शम्मा की मजबूरी तो देखिये ...
kam shabdon me gahre bhaav aur ek antarvaidna sapasht karti acchhi rachna.
bahut kuchh kah gai aap to .
khubsurt
नि:संदेह बहुत सुदर अभिव्यक्ति है..वाह.
(चौथी पंक्ति में शब्द "की" के स्थान पर शायद आपने "कि" लिखना चाहा होगा )
क्रिसमस की शांति उल्लास और मेलप्रेम के
आशीषमय उजास से
आलोकित हो जीवन की हर दिशा
क्रिसमस के आनंद से सुवासित हो
जीवन का हर पथ.
आपको सपरिवार क्रिसमस की ढेरों शुभ कामनाएं
सादर
डोरोथी
वाह क्या बात है
बहुत खूब
सुन्दर पंक्तियाँ
आभार / शुभ कामनाएं
हर बार की तरह एक बेहद सुन्दर रचना । बधाई ।
प्यारी सी कविता. हार्दिक शुभकामनाएं...
दिए जलाये ना दिए गए......
जरा से शब्द
और
मन की गहरी बात
वाह !!
आप को नवबर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं !
आने बाला बर्ष आप के जीवन में नयी उमंग और ढेर सारी खुशियाँ लेकर आये ! आप परिवार सहित स्वस्थ्य रहें एवं सफलता के सबसे ऊंचे पायदान पर पहुंचे !
नवबर्ष की शुभ-कामनाओं सहित
संजय कुमार चौरसिया
गहन भावों की खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
अनगिन आशीषों के आलोकवृ्त में
तय हो सफ़र इस नए बरस का
प्रभु के अनुग्रह के परिमल से
सुवासित हो हर पल जीवन का
मंगलमय कल्याणकारी नव वर्ष
करे आशीष वृ्ष्टि सुख समृद्धि
शांति उल्लास की
आप पर और आपके प्रियजनो पर.
आप को सपरिवार नव वर्ष २०११ की ढेरों शुभकामनाएं.
सादर,
डोरोथी.
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
कभी उजाले इतने तेज़ थे,
की, दिए दिखायी ना दिए....
--
आपको को नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं.
नया साल शुभ और प्रगति-दायिनी हो
आपको और आपके परिवार को मेरी और मेरे परिवार की और से एक सुन्दर, सुखमय और समृद्ध नए साल की हार्दिक शुभकामना !
आपको और आपके परिवार को नया साल मुबारक हो !
आपको भी नया साल मुबारक हो।
navvarsh ki hardik shubhkamnayen
कुछ ही शब्दों में गहरी बात ... हमेश की तरह ......
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष मंगलमय हो ...
रचना पर अभिव्यक्ति के लिए धन्यवाद्
अपने नाम से ऐसी बेरुखी भरी कृति क्यों ?
athah dard ko samete hue hai aapke ye shabd ..aisa lagta hai jaise kahin man ki gahrai se aati hui aavah hai
is dard ko bahne do yun hi shabdon mein
रही तलाश इक दिए की,
ता-उम्र इस शमा को,
कभी उजाले इतने तेज़ थे,
की, दिए दिखायी ना दिए,
या जानिबे मंज़िल अंधेरे थे,
दिए जलाये ना दिए गए......
शमा जलती है परवाने को जलाने के लिए ही तो..
और जलता है वो परवाना उसे पाने के लिए ही तो..
मगर है फर्क इतना की शमा "जलती" मोहब्बत से,
जलाता है वो परवाना खुदी को इश्क में ही तो..
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