सुंदर अतिसुन्दर अच्छी लगी, बधाई
बहुत सुन्दर....दरअसल सूद बाकी रह ही जाता है.....सादरअनु
उफ़ ...चंद पंक्तियों में दर्द का दरिया.
दर्द!
एक कविता की कुछ पंक्तियां याद आ गईबीत गयी बातों में, रातों व ख्यालों में हाथ लगी निंदियारी जिंदगी। आंसू था सिर्फ एक बूंद, मगर जाने क्योंभींग गयी है सारी जिंदगी।
आपकी यह क्षणिका पढ़ कर एक शेर याद आ गया ---अशकों ने जो पाया है वो गीतों में दिया है इस पर भी सुना है कि जमाने को गिला है जो साज से निकली है वो धुन सबने सुनी है जो तार पर गुज़री है वो किस दिल को पता है ।
aasuon ka daur bhi ttham jayga...fir wahi subah hogi jab tm bekhouf hasti thi....bahut kuch baya karte bhav !
बेहतरीन प्रस्तुति...!
यहाँ किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता कभी जमीं तो कभी आसमा नहीं मिलता
हर हँसी में एक दर्द के रहने की जगह है और हर आँसू में आनन्द की।
सच.. इस हंसी की कीमतका कोई अन्दाज़ा नहीं ... ये दर्द भरी पंक्तियां
बहुत सुन्दर....
उम्र भर हंसी की कीमत चुकाना आसान नहीं है खुद ही मर जाना ..कीमत में शायद जान ही मांग ली है ... बहुत ही गहरी अभिव्यक्ति ...
भावप्रवण...
कमाल है...सागर है सागर , इस छोटी सी रचना में
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16 टिप्पणियां:
सुंदर अतिसुन्दर अच्छी लगी, बधाई
बहुत सुन्दर....
दरअसल सूद बाकी रह ही जाता है.....
सादर
अनु
उफ़ ...चंद पंक्तियों में दर्द का दरिया.
दर्द!
दर्द!
एक कविता की कुछ पंक्तियां याद आ गई
बीत गयी बातों में, रातों व ख्यालों में
हाथ लगी निंदियारी जिंदगी।
आंसू था सिर्फ एक बूंद, मगर जाने क्यों
भींग गयी है सारी जिंदगी।
आपकी यह क्षणिका पढ़ कर एक शेर याद आ गया ---
अशकों ने जो पाया है वो गीतों में दिया है
इस पर भी सुना है कि जमाने को गिला है
जो साज से निकली है वो धुन सबने सुनी है
जो तार पर गुज़री है वो किस दिल को पता है ।
aasuon ka daur bhi ttham jayga...fir wahi subah hogi jab tm bekhouf hasti thi....
bahut kuch baya karte bhav !
बेहतरीन प्रस्तुति...!
यहाँ किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता
कभी जमीं तो कभी आसमा नहीं मिलता
हर हँसी में एक दर्द के रहने की जगह है और हर आँसू में आनन्द की।
सच.. इस हंसी की कीमत
का कोई अन्दाज़ा नहीं ... ये दर्द भरी पंक्तियां
बहुत सुन्दर....
उम्र भर हंसी की कीमत चुकाना
आसान नहीं है खुद ही मर जाना ..
कीमत में शायद जान ही मांग ली है ... बहुत ही गहरी अभिव्यक्ति ...
भावप्रवण...
कमाल है...
सागर है सागर , इस छोटी सी रचना में
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