उसी सपने को याद कर मैंने एक भित्ती चित्र बनाया...सिल्क के कपडे पे नीले,हलके गुलाबी और सफ़ेद जल रंगों से पार्श्वभूमी बना ली.रुपहले कपडेमे से चाँद काटा और सिल लिया...ऊपर से धुंद दिखाने के लिए chiffon लगा दिया.. पेड़ कढाई से बना लिए. बर्फ के लिए packing से मिली सिंथेटिक रुई टांक दी.अब के रचना पहले लिखी गयी थी...क्योंकि सपना याद आ रहा था..तसवीर साफ़ नही आयी है...क्षमा चाहती हूँ.
रानी-सी रात ने ओढी,
चाँद टंकी,चुनर श्यामली,
हिमशिखा पे उतर आयी,
चांदी-सी चमकती शुभ्र चांदनी,
सजी फिज़ाएँ,लजीली दुल्हन-सी,
मुबारक हो!क़ुदरत बलाएँ लेने लगी..
19 टिप्पणियां:
सुंदर। अति सुंदर!
अद्भुत!!
आपकी कला को नमन ....बहुत खूबसूरत भट्टी चित्र....और उस पर लिखी पंक्तियाँ ...बस मन खुश हो गया ...
बहुत सुन्दर .......अपने सपने को आपने कला में उतार दिया है .....लाजवाब .
happy friendship day.
क्षमा जी
अद्भुत है.....
हर बार बस इतना ही कह पाते हैं...
एक सवाल पूछें?
’बता(ओ) ये हुनर तू(म)ने सीखा कहां से’.
बहुत सुन्दर !!
रानी-सी रात ने ओढी,
चाँद टंकी,चुनर श्यामली,
हिमशिखा पे उतर आयी,
चांदी-सी चमकती शुभ्र चांदनी,
सजी फिज़ाएँ,लजीली दुल्हन-सी,
मुबारक हो!क़ुदरत बलाएँ लेने लगी..
tasvir ho yaa kalam dono hi laazwaab
क्षमा जी,
क्षमा याचना सहित, आज आपकी कलाकृति पर अपने शब्द गढने से रोक न पाया खुद को... आपकी कला और कविता दोनों लाजवाब हैं...
चाँद की दुल्हन
जड़े हुए तारों की सुरमयी चादर ओढे
घूंघट में शर्माती
झुक कर आई यहाँ पर.
बर्फ के उजले बालों वाले पेड़ों और पर्बत से
मिलकर,
पैर को छूकर
लेने को आशीष बुज़ुर्गों का धरती पर.
ati sunder. jitnee bhee tareef kee jae kum hee hai.........
adbhut kala kshamata.........
बहुत सुन्दर!
शमा जी आप एक बहुत अच्छी लेखिका और उससे भी बेहतर कलाकार हैं. रानीखेत के पास ही मेरा गाँव है अतः आपकी इस कलाकृति से जुड़ा हुआ महसूस कर रहा हूँ. बहुत सुन्दर.
क्या आपने हिंदी ब्लॉग संकलन के नए अवतार हमारीवाणी पर अपना ब्लॉग पंजीकृत करा लिया है?
इसके लिए आपको यहाँ चटका (click) लगा कर अपनी ID बनानी पड़ेगी, उसके उपरान्त प्रष्ट में सबसे ऊपर, बाएँ ओर लिखे विकल्प "लोगिन" पर चटका लगा कर अपनी ID और कूटशब्द (Password) भरना है. लोगिन होने के उपरान्त "मेरी प्रोफाइल" नमक कालम में अथवा प्रष्ट के एकदम नीचे दिए गए लिंक "मेरी प्रोफाइल" पर चटका (click) लगा कर अपने ब्लॉग का पता भरना है.
हमारे सदस्य "मेरी प्रोफाइल" में जाकर अपनी फोटो भी अपलोड कर सकते हैं अथवा अगर आपके पास "वेब केमरा" है तो तुरंत खींच भी सकते हैं.
http://hamarivani.blogspot.com
सुन्दर चित्र और प्यारी सी कविता
सुन्दर चित्र ...
उम्दा लेखन ...!
क्षमा जी, चित्र और कविता का सुंदर सामंजस्य।
…………..
स्टोनहेंज के रहस्यमय पत्थर।
क्या यह एक मुश्किल पहेली है?
गज़ब का चित्र उकेरा है और उसके साथ कविता का संयोजन उस मे चार चाँद लगा दिये हैं ………………बहुत ही सुन्दर कल्पना शक्ति है।
aapki kalpana shakti ko naman!!
jitni khubsurati se aapne chitra banaya, waise hi kavita ki rachna bhi kiy..........:)
Saadar Vande!
Abhibhoot hua!
Badhai evam Dhanyawaad!
सुन्दर चित्र और प्यारी सी कविता
Hello once again :)
"मुबारक हो!क़ुदरत बलाएँ लेने लगी.. "
Picture and content both are made for each other :) just like best couples ;-)
Very nice work done :)
Regards,
Dimple
एक टिप्पणी भेजें