मंगलवार, 2 अक्तूबर 2012

सूरज मुखी..


एक पुरानी  रचना  !ख़राब  सेहत के कारन बहुत दिनों न कुछ लिखा है न पढ़ा!   सभी से क्षमा याचना है!



17 टिप्‍पणियां:

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

बहुत सुन्दर क्षमा जी....
आप कमाल की कलाकार हैं...
आपकी उँगलियों में जादू है.

सादर
अनु

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

बहुत खूबसूरत .... सभी चित्र सुंदर हैं

Udan Tashtari ने कहा…

शीघ्र स्वास्थय लाभ के लिए शुभकामनाएँ..स्वस्थ होकर सूचित करें...सादर!!

शारदा अरोरा ने कहा…

बहुत अच्छा लगा कि आपने लिखा ...अपनी सेहत का ध्यान रखिये ..सूरजमुखी का सूरज कि तरफ घूमना ..खूब कहा ..जीवन का फलसफा भी तो यही है...

सदा ने कहा…

हर शब्‍द मन को छूता हुआ ... बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ..आभार

shikha varshney ने कहा…

आपके बनाये चित्र तो गज़ब ढाते हैं.
शब्द चित्र भी खूबसूरत.

चला बिहारी ब्लॉगर बनने ने कहा…

नौकरी ने मुझे भी परेशान कर रखा है.. सोचता रहा आपके बारे में कि फोन करूँ और कर नहीं पाया.. माफी तो मुझे मांगनी चाहिए!!
अपनी सेहत का ख्याल रखें और बीच बीच में खबर देती रहें!!

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

आप शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ करें..

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

कवि मन से बनाये गए चित्र अवर्णनीय होते हैं |आप शीघ्र स्वस्थ हो |हमारी प्रार्थना और शुभकामनायें आपके साथ हैं |

Arun sathi ने कहा…

srijan...
aabhar

संजय भास्‍कर ने कहा…

बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ....आभार

Satish Saxena ने कहा…

सेहत का ध्यान रखें ..
बेहतर होगा कि वैकल्पिक चिकित्सा भी आजमायें !

Kailash Sharma ने कहा…

लाज़वाब...अपनी सेहत का ध्यान रखें..शुभकामनायें..

डॉ. जेन्नी शबनम ने कहा…

क्षमा जी, आपकी कलाकृति बहुत अनूठी होती है. शुभकामनाएँ.

Arvind Mishra ने कहा…

ओह काफी समय से यहाँ आ नहीं पाया , अब आप स्वस्थ हो गयीं होगीं -शुभकामनाएं !

निर्झर'नीर ने कहा…

mata rani aapko jaldi accha kare ...aapki kushalta jaanne ki badii jigyasa rahti hai...aapka E -mail address bhi nahi hai plz write down or mail me ....

neerakela@gmail.com...aapko padhna or jaanna humesha se hi man ko shanti or sukoon deta raha hai

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

anuthi kalakriti....anutha post:)