ना खुदाने सताया
ना मौतने रुलाया
रुलाया तो ज़िन्दगीने
मारा भी उसीने
ना शिकवा खुदासे
ना गिला मौतसे
थोडासा रहम माँगा
तो वो जिन्दगीसे
वही ज़िद करती है,
जीनेपे अमादाभी
वही करती है...
मौत तो राहत है,
वो पलके चूमके
गहरी नींद सुलाती है
ये तो ज़िंदगी है,
जो नींदे चुराती है
पर शिकायतसे भी
डरती हूँ उसकी,
गर कहीँ सुनले,
पलटके एक ऐसा
तमाचा जड़ दे
ना जीनेके काबिल रखे
ना मरनेकी इजाज़त दे....
ना मौतने रुलाया
रुलाया तो ज़िन्दगीने
मारा भी उसीने
ना शिकवा खुदासे
ना गिला मौतसे
थोडासा रहम माँगा
तो वो जिन्दगीसे
वही ज़िद करती है,
जीनेपे अमादाभी
वही करती है...
मौत तो राहत है,
वो पलके चूमके
गहरी नींद सुलाती है
ये तो ज़िंदगी है,
जो नींदे चुराती है
पर शिकायतसे भी
डरती हूँ उसकी,
गर कहीँ सुनले,
पलटके एक ऐसा
तमाचा जड़ दे
ना जीनेके काबिल रखे
ना मरनेकी इजाज़त दे....
16 टिप्पणियां:
जीवन नैया सुख और दुःख की
पतवारों से चलती है।
लहर खुशी की आती है कभी
गम के भँवर में फँसती है।
देते-देते बहुत अचानक
छीन कभी हमसे लेती।
इंसा भटक नहीं जाना
इच्छायें बहुत मचलती हैं॥
खुदा सलामत रखे
bilkul sahi hai, jindagi hi dukh deti hai. bewafa kahin ki.
शमा जी ऐसा मत कहिये आप जल्द से जल्द स्वस्थ हों यही कामना है।
ना खुदा ने सताया
ना मौत ने रुलाया
रुलाया तो ज़िन्दगी ने
मारा भी उसी ने....
एक लाजवाब रचना से साक्षात्कार...
सादर
बहुत सुंदर
रहना है तो सहना है,
जीवन राह बिहरणा है।
ज़िंदगी के रंग ग़ज़ब अनबूझ हैं
जिंदगी से इतनी निराशा अच्छी नहीं ... आशा की किरण बंधी रहती है भोर की किरण के साथ .. उसे थाम लेना जरूरी है ... जल्दी ही स्वास्थ होंगी आप ... शुभकामनायें हैं ...
कम आन!
हाँ मौत से भी बेरहम होती है ज़िन्दगी ....!!!
आपके स्वास्थ्य लाभ के लिये अनंत शुभकामनाएँ ..
सादर
बहुत मर्मस्पर्शी रचना...बहुत सुन्दर
बहुत बेहतरीन .सुंदर पोस्ट।
सार्थक संदेश के साथ ....बहुत बेहतरीन
आपकी इस रचना को कविता मंच व म्हारा हरियाणा ब्लॉग पर साँझा किया गया है !
http://bloggersofharyana.blogspot.in/
संजय भास्कर
एक टिप्पणी भेजें