अब लुट ने के लिए क्या है बचा?
कहीँ से खज़ाने निकलते गए !
मैं लुटाती रही ,लुटेरे लूट ते गए!
हैरान हूँ ,ये सब कैसे कब हुआ?
कहाँ थे मेरे होश जब ये हुआ?
अब कोई सुनवायी नही,
गरीबन !तेरे पास था क्या,
जो कहती है लूटा गया,
कहके ज़माना चल दिया !
मैं ठगी-सी रह गयी,
लुटेरा आगे निकल गया...
27 टिप्पणियां:
शानदार पोस्ट
यह सवाल हर युग में, हर समाज में, हर अदालत में पूछा जाता रहा है... और गरीबन लुटती रही है... किसी भी सभ्यता को शर्म्सार करने के लिए यथेष्ट प्रश्न...
बहुत उहापोह की सी स्थिति की बात कही है...
मन के द्वंद को दर्शाती अभिव्यक्ति..
बहुत सुन्दर...
मार्मिक!
गरीब !तेरे पास था क्या
जो कहता है लूटा गया
ये मेरे लिए उपयुक्त है :( :(
Hello ji,
"मैं ठगी-सी रह गयी,
लुटेरा आगे निकल गया... "
It has such deep meaning. I loved the composition...
"हैरान हूँ ,ये सब कैसे कब हुआ?"
This line hits the core of the heart...
Very nice!
Regards,
Dimple
वाह !! एक अलग अंदाज़ कि रचना ......बहुत खूब
गरीबन !तेरे पास था क्या,
जो कहती है लूटा गया,
कहके ज़माना चल दिया !
मैं ठगी-सी रह गयी,
लुटेरा आगे निकल गया...
हकीकत और दर्द दोनो उभर आये है।
मन की टीस --- हाँ लुट जाने के बाद ही अदमी के मन से ऐसी आवाज आती है। शुभकामनायें
लगातार लुटने की त्रासदी ... बहुत मार्मिक ...
.....मैं ठगी-सी रह गयी,
लुटेरा आगे निकल गया...
............
शानदार...बहुत शानदार
MARMIK AUR DIL PAR CHAO CHOD JANE WALE BHAV LIYE GAMBHEER KAVITA.........BAHUT VEDNA SIMAT AAEE HAI BHAVO ME VISMAY KE SATH.......
गरीबन !तेरे पास था क्या,
दुनिया के पास अमीरी गरीबी के अपने मापदंड होते है,
यह तो दिल है जो जानता है कि हमारी दौलत क्या है..
लुटने की पीड़ा का त्रासद चित्रण
सोचने को मजबूर करती है आपकी यह रचना ! सादर !
अंतर्द्वन्द के इर्द गिर्द सुन्दर रचना
achhi rachna
शानदार रचना !
bahut dinon baad aapke blog par aakar kuchh padha...achchha laga
जो कहती है लूटा गया,
कहके ज़माना चल दिया !
सही लिखा है आपने। एक लाइन कई बातें कह रही हैं। जमाना तो हमेशा से ही ताने देना जानता है।
बहुत सुन्दर कल्पना
वाह ! शानदार प्रस्तुति ।
bahut sunder kavita.
मार्मिक रचना |
wahh wahhh aapke pass bahut kuch dene ko ....hum to hi rah gaye......
Jai Ho Mangalmay ho
wahh wahhh aapke pass bahut kuch dene ko ....hum to hi rah gaye......
Jai Ho Mangalmay ho
बहुत दिन हुए अब तो आगे लिखो ऊऊऊऊऊऊऊऊओ
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